गड़ेरिया

उसे है डर शायद इसी बात का
ये जो मवेशी उसके पीछे पीछे चलने लगे हैं
इन में से कोई
अचानक
रुक के ये ना कहे,
क्या ये राह सही है?
क्या इस गांव में
कोई और बेहतर गड़ेरिया है?

ये डर उसके ज़हन में
आठों पहर घूमता रहता है
उसे अपनी गिरफ्त में लिए चलता रहता है
हर पल हर घड़ी उसे मुंह चिढ़ाता रहता है

ये डर शायद वजह है
उसके दिन भर बेचैन रहने की
रात रात करवटें बदलने की

ये डर शायद वजह है
कि वह बार बार
अपने मवेशी गिनता रहता है
उन्हें तरह तरह से बहलाता है
और उन में से किसी के भी अलग होने पर
तड़प उठता है
उसे मार गिराता है

ये डर शायद वजह है
उसके खूंखार होने की …

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