मैं भी क्या था होने से पहले
इक धुआँ था होने से पहले
उफुक में उजाला झाँकता था
क्या समा था होने से पहले
मुक़द्दर मेरा लिख रहा था वो
हाथ पसीना था होने से पहले
ख़्वाबों की दौलत मेरी थी
जहाँ मेरा था होने से पहले
मैं भी क्या था होने से पहले
इक धुआँ था होने से पहले
उफुक में उजाला झाँकता था
क्या समा था होने से पहले
मुक़द्दर मेरा लिख रहा था वो
हाथ पसीना था होने से पहले
ख़्वाबों की दौलत मेरी थी
जहाँ मेरा था होने से पहले