रेल की पटरियां
इस देश के कोने कोने को जोड़ती हैं
उन पर चलते हुए
रेल किसी भी छोर से
दूसरे छोर तक पहुंच सकती है।
शायद यही सोच के
वो चल रहे थे इन पर
इस बात से बेखबर
कि इन पर चलती रेल
किसी के लिए नहीं रुकती
घर जाते हुए लोगों के लिए भी नहीं।
रेल की पटरियां
इस देश के कोने कोने को जोड़ती हैं
उन पर चलते हुए
रेल किसी भी छोर से
दूसरे छोर तक पहुंच सकती है।
शायद यही सोच के
वो चल रहे थे इन पर
इस बात से बेखबर
कि इन पर चलती रेल
किसी के लिए नहीं रुकती
घर जाते हुए लोगों के लिए भी नहीं।