सब यहां हैं दीवाने, ये दुनिया पागलखाना है
चल यार चलें मयखाने, ये दुनिया पागलखाना है
कल का अपने पता नहीं, फिर भी हरेक शख्स
खुद को है खुदा माने, ये दुनिया पागलखाना है
मुझसे थोड़ी सी दूरी लाज़मी है तेरी वगरना
बन जायेंगे अफ़्साने, ये दुनिया पागलखाना है
मुझको पत्थर मारने वाली भीड़ में शामिल हैं कितने
चेहरे जाने पहचाने, ये दुनिया पागलखाना है
जिस हुजूम ने तुमको सर आंखों पे बिठाया है
आयेंगे वो तख्त गिराने, ये दुनिया पागलखाना है
जो कहा करते थे मुझसे कर डालो जो जी चाहे
खुद ही लगे घबराने, ये दुनिया पागलखाना है
मुझे सिखाते थे कायदे इस दुनिया में जीने के जो
वो ही लगे समझाने, ये दुनिया पागलखाना है