पिता का आशीर्वाद

जा तुझे मुश्किलें मिलें
हर पग नई बाधाएं मिलें
पल पल परेशानियां आएं
हर श्वास तेरी भारी रहे।

तेरे होने से
किसी एक जीवन में उजाला जगे
बहता हुआ एक आंसू थमे
अन्याय अथवा प्रतिशोध
को बढ़ता हुआ एक हाथ रुके।

तू एक मिसाल बने
धैर्य और दृढ़ता की
प्रेम और करुणा की
सत्य और क्षमता की
इस टूटती विघटन युक्त दुनिया में
समन्वय की, एकता की।

तुझे शक्ति मिले
जिससे तू सह सके
ताने और झिड़कियां
गोली और लाठियां
प्रियजनों की दूरियां
सारी मजबूरियां
पी सके तू
आंसू और सिसकियां।

जा
वक़्त तेरी परीक्षा ले।

(a poem on Father’s Day 2020)

Subscribe to Blog via Email

Receive notifications of new posts by email.

Discover more from ओझल

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading