मुझको भिगो गया है तेरा रंग
दिल पे यूं चढ़ गया है तेरा रंग
हाथ में तेरे था कुछ भी नहीं
फिर भी लग गया है तेरा रंग
तेरे होठों से मेरे होठों तलक
शहद सा बन गया है तेरा रंग
पाता हूं तुझे ही चार सू अपने
हर शय मिल गया है तेरा रंग
मुझमें बस गया हो तू जैसे
कुछ यूं छा गया है तेरा रंग
रंग ही रंग है जिधर देखूं मैं
सब कुछ रंग गया है तेरा रंग